कोलकाता। भारतीय भाषा परिषद की ओर से शनिवार को चार युवा लेखक युवा पुरस्कार से सम्मानित किए गए। इन्हें पुरस्कार स्वरूप 21 हजार रुपए दिए गए।
पुरस्कृत लेखकों के नाम हैं- हिन्दी के लिए कुणाल सिंह, उडिया के लिए डा. दिलीप कुमार स्वाई, नेपाली के लिए उदय क्षेत्री व कन्नड के लिए डा. विक्रम विसाजी।
लेखक प्रो. अमरनाथ ने कहा कि भारतीय भाषाओं के साहित्य की आत्मा एक है। साहित्यकार सुंदर समाज बनाना चाहता है। सुंदर साहित्य बनाने की साधना का नाम साहित्य है। साहित्य का केंद्रीय भाव करुणा है। वर्तमान समाज की समस्याओं के निराकरण में साहित्यकारों की भूमिका अहम है।
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